
झारखंड सरकार की महत्वाकांक्षी योजना “मंईयां सम्मान योजना” के तहत लाभार्थियों को मिलने वाली छठी किस्त का इंतजार कर रही महिलाओं के लिए अहम खबर सामने आई है। यह किस्त जनवरी 2025 में लाभार्थियों के खातों में ट्रांसफर की जानी थी, लेकिन अब तक ₹2500 की यह राशि जारी नहीं हुई है।
क्यों हो रही है किस्त जारी करने में देरी?
इस योजना में देरी के पीछे कई कारण हैं, जिनमें सबसे प्रमुख कारण फर्जी आवेदनों का खुलासा और सत्यापन प्रक्रिया में लग रहा अधिक समय है।
मुख्य कारण:
- सत्यापन के दौरान बड़ी संख्या में फर्जी लाभार्थियों का खुलासा हुआ।
- बोकारो जिले में 456 फर्जी लाभार्थियों के नाम पर लगभग ₹29.64 लाख की राशि ट्रांसफर की गई थी।
- एक ही व्यक्ति के नाम पर 90-96 फर्जी आवेदन पाए गए।
- सत्यापन में यह भी सामने आया कि कुछ लाभार्थियों ने गलत दस्तावेजों का इस्तेमाल कर योजना का लाभ उठाने की कोशिश की।
- इन सभी फर्जी आवेदनों की जांच और सत्यापन में समय लग रहा है, जिससे वास्तविक लाभार्थियों को राशि मिलने में देरी हो रही है।
प्रशासन की सख्त कार्रवाई
बोकारो की उपायुक्त विजया जाधव के अनुसार:
- 11,200 फर्जी आवेदनों की पहचान हो चुकी है।
- फर्जी लाभार्थियों पर FIR दर्ज करने के आदेश जारी किए गए हैं।
- सरकार दोषियों से राशि वसूलने की योजना बना रही है, जिससे सरकारी खजाने को हुए नुकसान की भरपाई हो सके।
नई गाइडलाइन: आधार लिंकिंग और सत्यापन अनिवार्य
योजना में पारदर्शिता लाने के लिए सरकार ने नए नियम लागू किए हैं:
- लाभार्थियों के बैंक खातों को आधार से लिंक करना अनिवार्य कर दिया गया है।
- पहले आधार लिंकिंग की अंतिम तिथि दिसंबर 2024 थी, जिसे अब मार्च 2025 तक बढ़ाने पर विचार किया जा रहा है।
- समाज कल्याण विभाग ने इस पर एक प्रस्ताव तैयार किया है, जिसे जल्द ही मंजूरी दी जाएगी।
लाभार्थियों को क्या करना चाहिए?
- जिन महिलाओं ने अब तक अपने बैंक खाते को आधार से लिंक नहीं कराया है, वे जल्द से जल्द यह प्रक्रिया पूरी करें।
- यदि आपने योजना के लिए आवेदन किया है, तो अपने आवेदन की स्थिति की जांच करें।
- सत्यापन प्रक्रिया पूरी होने के बाद, फरवरी 2025 में सभी पात्र लाभार्थियों के खाते में राशि ट्रांसफर कर दी जाएगी।
नई अपडेट: लाभार्थियों को मिल सकती हैं दो किस्तें एक साथ!
सरकार इस योजना के तहत जनवरी और फरवरी 2025 की बकाया राशि एक साथ भेजने पर विचार कर रही है। यदि सत्यापन जल्द पूरा हो जाता है, तो लाभार्थियों को ₹5000 (दो महीने की राशि) एक साथ मिल सकती है।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQ)
1. मंईयां सम्मान योजना क्या है?
यह झारखंड सरकार की एक योजना है, जिसके तहत महिलाओं को ₹2500 मासिक आर्थिक सहायता दी जाती है।
2. जनवरी 2025 की किस्त अब तक क्यों नहीं आई?
किस्त में देरी का कारण फर्जी आवेदनों की पहचान और सत्यापन प्रक्रिया में लग रहा अतिरिक्त समय है।
3. सत्यापन पूरा होने के बाद पैसे कब आएंगे?
सरकार के अनुसार, फरवरी 2025 में बकाया राशि लाभार्थियों के खातों में ट्रांसफर कर दी जाएगी।
4. मुझे पैसा कब तक मिलेगा?
यदि आपका बैंक खाता आधार से लिंक है और सत्यापन पूरा हो चुका है, तो आपको फरवरी 2025 में राशि मिल जाएगी।
5. आधार लिंकिंग की अंतिम तिथि क्या है?
पहले यह तिथि दिसंबर 2024 थी, लेकिन अब इसे मार्च 2025 तक बढ़ाने पर विचार किया जा रहा है।
6. मुझे कैसे पता चलेगा कि मेरा आवेदन सत्यापित हो गया है?
आप अपने ब्लॉक या जिला समाज कल्याण कार्यालय से संपर्क करके आवेदन की स्थिति की जानकारी ले सकते हैं।
7. अगर मेरा आवेदन फर्जी निकला तो क्या होगा?
यदि आपका आवेदन फर्जी पाया जाता है, तो आपको योजना का लाभ नहीं मिलेगा और सरकार आपसे गलत तरीके से प्राप्त की गई राशि वसूल सकती है।
निष्कर्ष
मंईयां सम्मान योजना में सामने आए फर्जीवाड़े ने यह स्पष्ट कर दिया है कि सरकारी योजनाओं में पारदर्शिता और कड़ी निगरानी जरूरी है। सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि केवल योग्य महिलाओं को ही योजना का लाभ मिले। सभी लाभार्थियों को सलाह दी जाती है कि वे अपने बैंक खाते को आधार से लिंक करवाएं और सत्यापन प्रक्रिया में सक्रिय भाग लें।
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